बताया जा रहा है कि, भाजपा पार्षद और एमआईसी सदस्य परमानंद योगी ने नगर निगम में कर्मचारी लिपिक हेमंत बंदोडिया के साथ दफ्तर के कमरे में बंद कर मारपीट की है। कर्मचारी का आरोप है कि, पार्षद ने उन्हें सिर्फ इसलिए पीटा है कि, वो नाश्ता लाने में मात्र 10 मिनट लेट हो गया था। कर्मचारी की पिटाई से नाराज नगर निगम कर्मचारियों ने भी निगम के सारे काम बंद कर नारेबाजी की है। हालही में ये जानकारी भी सामने आई है कि, निगम कर्मचारी पार्षद की शिकायत लेकर अजाक थाने पहुंचे हैं।
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नाश्ता देरी से लाने पर पिटाई का आरोप
पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि, शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में तीन स्थानों पर आज भूमिपूजन कार्यक्रम आयोजित थे। ऐसे में जन प्रतिनिधियों के लिए नाष्ता आदि की व्यवस्था करने के जिम्मेदारी कर्मचारियों की लगाई गई थी। कर्मचारियों का कहना है कि, दो स्थानों पर भूमिपूजन कार्यक्रम संपन्न हो चुका था, जहां नाश्ते आदि की पर्याप्त व्यवस्था पहले ही कर ली गई थी, लेकिन तीसरे कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के लिए नाश्ता पहुंचने में 10 मिनट की देरी हो गई, जो भाजपा पार्षद परमानंद योगी को इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने कर्मचारी हेमंत बंदोडीया को कमरे में बंद कर पीट दिया।
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निगम कमिश्नर भी भड़क गए
वहीं, दूसरी तरफ मारपीट का विरोध करते हुए जब कर्मचारियों ने काम बंद कर पार्षद के खिलाफ नारेबाजी की तो उनकी शिकायत जानने नगर निगम कमिश्नर ए.पी.एस गहरवार निगम दफ्तर पहुंचे। कर्मचारियों का ये भी आरोप है कि, जब हम निगम कमिश्नर को अपनी व्यथा सुना रहे थे तो वो भी हमपर नाराज हो गए। यहां तक की उन्होंने कर्मचारी संघ के अध्यक्ष को गुंडा कहते हुए निलंबित करने की धमकी दे दी। इस दौरान निगम कमिश्नर और कर्मचारियों के बीच जमकर बहस भी हुई।